पटना बिहार की राजनीति में आज एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिला। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने अपने बेटे ऋतुराज कुमार के साथ जनता दल (यूनाइटेड) [JDU] में वापसी की घोषणा की। इस कदम को राज्य की राजनीतिक हलचलों में एनडीए (NDA) को मजबूती देने वाला बताया जा रहा है।
अरुण कुमार ने बताया कि उन्होंने और उनके बेटे ने बिहार के विकास और मगध क्षेत्र की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि उनके जुड़ने से एनडीए गठबंधन की स्थिति और मजबूत होगी और क्षेत्रीय विकास के लिए नई योजनाओं और जनकल्याण के काम में तेजी आएगी।
वहीं JDU के वरिष्ठ नेताओं ने अरुण कुमार और ऋतुराज का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी में वापसी से JDU की स्थिति और मजबूत होगी। पार्टी का मानना है कि अरुण कुमार का अनुभव और युवा ऋतुराज की ऊर्जा मौजूदा चुनावी रणनीति और संगठनात्मक मजबूती दोनों के लिए लाभदायक होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस कदम से एनडीए के भीतर सीटों का संतुलन और गठबंधन की स्थिति चुनावी मोर्चे पर मजबूत होने की संभावना है। इसके साथ ही, इस क्षेत्र में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और भी अधिक रोचक और चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
अरुण कुमार और ऋतुराज की वापसी को लेकर स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं में भी उत्साह देखा जा रहा है। इस कदम से मगध क्षेत्र में विकास और जनहित योजनाओं पर जोर देने की उम्मीद जताई जा रही है।