उत्तर प्रदेश विधान परिषद के निर्वाचन क्षेत्रों के सदस्यों का कार्यकाल अगले साल दिसंबर में समाप्त हो रहा है। चुनाव की तैयारियों के लिए मतदाता सूची का पुनरीक्षण 30 सितंबर से शुरू होगा अंतिम प्रकाशन 30 दिसंबर को होगा। पहली बार ऑनलाइन आवेदन की सुविधा मिलेगी जो 6 नवंबर से शुरू होगी। मतदाता बनने के लिए कुछ पात्रता मापदंड भी निर्धारित किए गए हैं।
मंगलवार को योजना भवन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचन नामावली, रोल प्रेक्षक व विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के संबंध में मंडलायुक्तों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार विधान परिषद की पांच स्नातक निर्वाचन क्षेत्र तथा छह शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के सदस्यों का कार्यकाल अगले साल छह दिसंबर को समाप्त होगा। इन क्षेत्रों में होने वाले चुनाव की तैयारियों के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य 30 सितंबर से शुरू होगा।
मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 30 दिसंबर को किया जाएगा। पहली बार इस चुनाव में मतदाता बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाने की व्यवस्था भी रहेगी। छह नवंबर से लोग मतदाता बनने के लिए आवेदन कर सकेंगे।