नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया दफ्तर ‘सेवा तीर्थ’ अब पूरी तरह तैयार हो गया है। यह अत्याधुनिक कार्यालय न सिर्फ कामकाज की दृष्टि से आधुनिक तकनीक से लैस है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा-संवेदनशील भी है। यह दफ्तर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की नई पहचान बनने जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, ‘सेवा तीर्थ’ का निर्माण प्रधानमंत्री के कामकाज की दक्षता, पारदर्शिता और जनता से जुड़ाव को ध्यान में रखकर किया गया है। यहां डिजिटल सिस्टम, हाई-सिक्योरिटी नेटवर्क, अत्याधुनिक मीटिंग हॉल, और ई-गवर्नेंस के लिए समर्पित तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है।
इमारत में सोलर एनर्जी सिस्टम लगाया गया है ताकि बिजली की बचत हो सके। इसके अलावा वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) की व्यवस्था भी की गई है। अंदरूनी डिज़ाइन भारतीय स्थापत्य कला की झलक देता है, जबकि सुरक्षा व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार की गई है।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही यहां से कामकाज शुरू करेंगे। इस नई इमारत का उद्घाटन विशेष धार्मिक अनुष्ठान के साथ किया जाएगा। ‘सेवा तीर्थ’ नाम प्रधानमंत्री की उस कार्यशैली को दर्शाता है, जिसमें सेवा को ही सर्वोपरि माना गया है।
‘सेवा तीर्थ’ के निर्माण में देश के प्रमुख आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों ने भाग लिया है। यह परिसर पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ थीम पर आधारित है।सूत्रों के अनुसार यह दफ्तर प्रधानमंत्री की कार्य संस्कृति में नई ऊर्जा और दक्षता का प्रतीक बनेगा।