Indian Railways द्वारा बिहार के लिये रवाना हो रही थी, तो इसका परिचालन इलाका कानपुर (उत्तर प्रदेश) के निकट पड़ा था। इसी दौरान स्टेशन के पास कुछ युवकों द्वारा उस ट्रेन पर पथराव किया गया। परिणामस्वरूप ट्रेन के एक कोच के शीशे टूट गए और यात्रियों में अचानक हड़ कमप मच गया।
यात्रियों ने बताया कि पथराव की आवाज सुनकर कोच में अचानक डर फैल गया। कुछ लोग खिड़कियों के पास खड़े थे, कुछ नीचे बैठ गए। रेल परिचालन को तत्काल रोका गया और ट्रेन को आगे चलने से पहले सुरक्षा जाँची गई। इस कारण से ट्रेन की गति धीमी हुई और कुछ देर के लिये स्टॉप रखा गया।
रेल प्रशासन ने कहा है कि पथराव जैसी घटनाएँ यात्री-सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक हैं। RPF ने एसएम के लिखित शिकायत के आधार पर छह अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
साथ ही मॉनिटरिंग बढ़ाई गई है, रेलवे के संवेदनशील मार्गों पर निगरानी बढ़ाई जा रही है और स्टेशन पर गश्ती व CCTV कवरेज को सघन किया जा रहा है।
इस तरह की पथराव-घटनाएँ पूर्व में भी कई बार हुई हैं , विशेषकर जब ट्रेनें बिहार-उ.प्र. रूट पर चलती हैं और प्रवासी-यात्रियों का भारी दबाव होता है।कानपुर के निकट पहले भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ था, जिसमें शीशे टूट गए थे।
यह घटना दर्शाती है कि रेल सुरक्षा-प्रबंधन में अभी भी चुनौतियाँ मौजूद हैं ,विशेषकर उन मार्गों पर जहाँ यात्रियों का प्रवाह अधिक होता है और संवेदनशील स्थल हैं। पथराव, शीशे टूटना, यात्रियों में भय ,ये संकेत हैं कि सुरक्षा तंत्र और निगरानी को और मजबूती देने की आवश्यकता है।