नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2025 भारत में विमान सुरक्षा से जुड़ी एक बड़ी पहल की जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घोषणा की है कि देश में जल्द ही राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा केंद्र की स्थापना की जाएगी। इस केंद्र के बनने से विमान हादसों की जांच की प्रक्रिया और तेज़, पारदर्शी और वैज्ञानिक होगी।
मंत्रालय के अनुसार, यह केंद्र अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य करेगा और इसमें उन्नत तकनीक से लैस फ्लाइट डेटा एनालिसिस लैब, दुर्घटना पुनर्निर्माण सुविधा और विशेषज्ञ जांच टीमें शामिल होंगी। इसके माध्यम से न केवल हादसों की गहराई से जांच होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय भी विकसित किए जाएंगे।
केंद्र का उद्देश्य भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों को और मज़बूत करना है। इसमें DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय), एयरलाइंस, हवाई अड्डा प्राधिकरण और विमान निर्माता कंपनियों के बीच समन्वय को भी बढ़ाया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा, “भारत तेजी से दुनिया के प्रमुख विमानन बाजारों में शामिल हो रहा है। ऐसे में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना ज़रूरी है। यह केंद्र हमारी जांच क्षमताओं को विश्वस्तरीय बनाएगा और यात्रियों का भरोसा बढ़ाएगा।”
बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा केंद्र की स्थापना अगले वित्त वर्ष के भीतर पूरी की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने विशेष बजट आवंटन की मंज़ूरी भी दे दी है।
इस पहल से देश में विमान हादसों की जांच में देरी और डेटा की कमी जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकेगा। साथ ही विमान सुरक्षा संबंधी अनुसंधान और प्रशिक्षण के नए अवसर भी खुलेंगे।
