महागठबंधन ने पेश किया ‘तेजस्वी का प्रण

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। महागठबंधन ने मंगलवार को अपना चुनावी घोषणापत्र ‘तेजस्वी का प्रण’ जारी किया, जिसमें युवाओं, किसानों और आम जनता को लुभाने वाले कई बड़े वादे शामिल हैं। इस घोषणापत्र को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में जारी किया।

‘तेजस्वी का प्रण’ के तहत महागठबंधन ने राज्य में नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता देने की बात कही है। घोषणापत्र में यह वादा किया गया है कि सरकार बनने पर राज्य में सरकारी नौकरियों की भर्ती अभियान बड़े स्तर पर चलाया जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि “हर घर में नौकरी” का वादा सिर्फ नारा नहीं बल्कि मिशन है।

इसके अलावा, घोषणापत्र में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की बात कही गई है। महागठबंधन ने दावा किया कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को बिजली बिल के बोझ से राहत दी जाएगी।

सबसे बड़ा राजनीतिक बयान वक्फ संपत्ति कानून को लेकर आया, जिसमें तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर वक्फ कानून की समीक्षा की जाएगी और विवादित प्रावधानों पर रोक लगाई जाएगी।

तेजस्वी यादव ने कहा कि “हम धर्म और जाति की राजनीति नहीं, विकास और रोजगार की राजनीति करेंगे। बिहार को नए युग की ओर ले जाने के लिए यह प्रण ‘तेजस्वी का प्रण।’”

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घोषणापत्र के जरिए महागठबंधन ने युवाओं और किसानों को साधने की कोशिश की है, जबकि वक्फ कानून पर रुख बदलकर उन्होंने हिंदू वोटबैंक को भी आकर्षित करने का संकेत दिया है।

घोषणापत्र का नाम तेजस्वी का प्रण 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा,सरकारी नौकरियों में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान,वक्फ कानून के विवादित प्रावधानों पर रोक लगाने की घोषणा,युवाओं और किसानों को मुख्य फोकस में रखा गया