जोधपुर जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर पेट्रोल पंपों पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से धोखाधड़ी में उपयोग की गई बिना नंबर की कार, मोटरसाइकिल और पेट्रोल से भरे जरकिन बरामद किए गए हैं। इस घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है और पेट्रोल पंप संचालक सतर्क हो गए हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण नारायण टोगस ने बताया कि अपराधियों पर अंकुश लगाने और धोखाधड़ी जैसी वारदातों को रोकने के लिए पुलिस विशेष अभियान चला रही है। इसी अभियान के तहत बिलाड़ा थाना पुलिस ने यह कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। पुलिस की इस कार्रवाई को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है क्योंकि लंबे समय से इस तरह की शिकायतें सामने आ रही थीं।
घटना का खुलासा तब हुआ जब बिलाड़ा थाना क्षेत्र के लंबा गांव निवासी सुरेश पुत्र रामलाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि 1 सितंबर को बिना नंबर की कार में आए तीन युवक उसके पेट्रोल पंप पर पहुंचे। उन्होंने लगभग 10,900 रुपए का पेट्रोल डलवाया और फिर फर्जी फोन पे ऐप का इस्तेमाल कर नकली ट्रांजेक्शन दिखा दिया। इसके बाद वे मौके से फरार हो गए। जब पेट्रोल पंप कर्मियों को शक हुआ और पैसे की पुष्टि की गई तो पूरा मामला सामने आया।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और आरोपियों को ट्रैक कर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुशील (21) पुत्र ओमप्रकाश, राहुल (21) पुत्र दुर्गाराम और रंगलाल उर्फ सुरेंद्र के रूप में हुई है। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने कबूल किया कि यह पहली वारदात नहीं है। उन्होंने पाली, जैतारण, सोजत और अन्य कई जगहों पर भी पेट्रोल पंप संचालकों को इसी तरह नकली भुगतान दिखाकर धोखा दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों से बरामद कार और मोटरसाइकिल का इस्तेमाल वारदात को अंजाम देने के लिए किया गया था। इसके अलावा तेल से भरे जरकिन और नकली ट्रांजेक्शन के लिए उपयोग किए गए मोबाइल भी जब्त कर लिए गए हैं। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इनके साथ और कौन लोग जुड़े हुए हैं तथा इस तरह की वारदातों में उनकी संलिप्तता कितनी गहरी है।
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए क्या सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इन घटनाओं से यह साफ हो गया है कि अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं और आम लोगों तथा कारोबारियों को सतर्क रहने की जरूरत है। पेट्रोल पंप संचालकों और व्यापारियों को भी डिजिटल भुगतान की सत्यता तुरंत जांचने की सलाह दी गई है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।