मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में फरार चल रहे एक अहम आरोपी को सीबीआई ने उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। आरोपी शैलेंद्र कुमार पिछले 8 साल से फरार था और 2013 की पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (PCRT-2013) में फर्जी तरीके से परीक्षा देने का आरोपी है
शैलेंद्र कुमार पर 15 सितंबर 2013 को हुई परीक्षा में दूसरे कैंडिडेट की जगह परीक्षा देने का गंभीर आरोप है। यह मामला व्यापमं घोटाले की उन कड़ियों में से एक है, जिसमें फर्जी उम्मीदवारों के ज़रिए सरकारी भर्तियों में धांधली की गई थी।
मध्य प्रदेश पुलिस ने पहले ही शैलेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया था, लेकिन मामला सीबीआई के पास जाने के बाद जून 2017 में आरोप पत्र दाखिल होने के समय वह पेश नहीं हुआ और तभी से फरार चल रहा था।
व्यापमं (मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल) के नाम पर लगे दागों के बाद तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इसका नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड’ (PEB) कर दिया था। लेकिन इसके बावजूद इस घोटाले से जुड़े मामले लगातार सामने आते रहे हैं।
व्यापमं घोटाला देश के सबसे बड़े परीक्षा और भर्ती घोटालों में से एक माना जाता है। इसमें मेडिकल कॉलेजों में दाखिला, सरकारी नौकरियों में भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में धांधली के गंभीर आरोप लगे थे। घोटाले की परतें खुलने के बाद कई अधिकारियों, बिचौलियों, नेताओं और अभ्यर्थियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे।
सीबीआई ने शैलेंद्र कुमार को कोर्ट में पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि उसकी गिरफ्तारी से कई और अहम जानकारियाँ सामने आ सकती हैं।