अजमेर में दिल दहला देने वाली घटना: मां ने 3 साल की बेटी को झील में फेंका, शव बरामद

अजमेर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक मां ने अपनी ही मासूम 3 साल की बेटी को आनासागर झील में फेंक दिया। बच्ची की झील में डूबने से मौत हो गई और उसका शव बुधवार सुबह बरामद हुआ। घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला और जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस अब हर एंगल से जांच कर रही है।

पुलिस को गुमराह करने की कोशिश

जानकारी के मुताबिक, 16 सितंबर की रात करीब डेढ़ बजे क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस को आनासागर चौपाटी पर एक महिला घूमती हुई दिखाई दी। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो महिला ने बताया कि उसकी 3 साल की बेटी गुम हो गई है और वह उसकी तलाश कर रही है। हैरानी की बात यह रही कि महिला ने पुलिस की मदद लेने से साफ इनकार कर दिया और खुद ही तलाश करने की बात कहती रही। यह रवैया पुलिस को संदिग्ध लगा।

सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। एक फुटेज में महिला अपनी छोटी बच्ची के साथ नजर आई, लेकिन कुछ देर बाद के फुटेज में महिला अकेली थी और बच्ची कहीं दिखाई नहीं दी। इस पर शक गहराया और पुलिस ने आनासागर झील के आसपास सर्च शुरू की।

झील से मिला बच्ची का शव

बुधवार सुबह वैशाली नगर स्थित देवनारायण मंदिर के सामने झील में एक बच्ची का शव तैरता दिखाई दिया। तुरंत गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शव की पहचान उसी महिला की बेटी के रूप में हुई जिसने बच्ची के गुम होने की झूठी कहानी सुनाई थी।

पुलिस की जांच जारी

एडिशनल एसपी हिमांशु जांगिड़ ने बताया कि मामले की हर एंगल से गहन जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि बच्ची को जानबूझकर झील में धक्का दिया गया था। पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि महिला ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया और इसके पीछे की असली वजह क्या थी।

इस घटना ने पूरे अजमेर शहर को झकझोर कर रख दिया है। मासूम की दर्दनाक मौत ने एक बार फिर समाज में बच्चों की सुरक्षा और पारिवारिक रिश्तों की सच्चाई पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं