आजमगढ़ जिले के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल दुर्वासा ऋषि आश्रम का जल्द ही कायाकल्प किया जाएगा। प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से इस प्राचीन स्थल को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है।
सूत्रों के अनुसार, सरकार ने आश्रम क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की मंजूरी दे दी है। इसमें पैदल पथ, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, पीने के पानी की व्यवस्था, बैठने की जगह, और पार्किंग जैसी बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही, आश्रम की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए जानकारी पटल और गाइड सुविधा भी शुरू की जाएगी।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दुर्वासा ऋषि आश्रम को एक प्रमुख धार्मिक-पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस पहल से उत्साहित हैं। एक ग्रामीण निवासी ने बताया, “दुर्वासा ऋषि आश्रम हमारे लिए सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र है। अगर यहां सुविधाएं बेहतर होंगी, तो दूर-दराज से आने वाले भक्तों को भी सहूलियत होगी।
उल्लेखनीय है कि दुर्वासा ऋषि का यह आश्रम **तमसा नदी के किनारे स्थित है और इसका उल्लेख अनेक **पुराणों और धर्मग्रंथों में मिलता है। ऋषि दुर्वासा अपनी तपस्या और क्रोध के लिए प्रसिद्ध थे, और यह आश्रम उन्हें समर्पित एक पवित्र स्थल माना जाता है।परियोजना का कार्य आगामी महीनों में शुरू होने की उम्मीद है और इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।