बरेली में हालिया विवाद के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा यह प्रदर्शन, उपद्रव अचानक से नहीं हुआ, बल्कि यह पूरी तरह से प्रायोजित था। लगातार पुलिस प्रशासन की तरफ से लोगों को समझाया जा रहा था कि जिले में धारा 163 लागू है, ऐसे में किसी भी व्यक्ति को प्रदर्शन की अनुमति नहीं।
प्रदर्शनकारियों ने अलग-अलग स्थानों पर न सिर्फ प्रदर्शन किया, बल्कि पुलिस के रोकने पर उन पर हमला भी किया। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह सिर्फ ज्ञापन देने की तैयारी नहीं थी, बल्कि पूरे शहर को हिंसा की आग में जलाने के लिए एक षड्यंत्र रचा गया था। शहर में सुरक्षा को देखते हुए रविवार तक इंटरनेट सेवाएं बंद रह सकती हैं।
उपद्रव के सिलसिले में मौलाना तौकीर रजा समेत कई अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और शहर में हालात सामान्य करने के लिए सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।