बिहार चुनाव, मान गए चिराग, मांझी और उपेंद्र

चिराग पासवान की पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), को 25 से 26 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, चिराग ने बीजेपी, जेडीयू और मांझी की पार्टी की कुछ मौजूदा सीटों पर भी दावा किया है, जैसे महनार, मटिहानी, गोविंदगंज और सिकंदरा। इन सीटों पर विवाद उत्पन्न हुआ था, लेकिन अब इस पर सहमति बनती दिख रही है।

जीतनराम मांझी की पार्टी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM), को 7 सीटें मिल सकती हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLSP) को भी 7 सीटें मिलने की संभावना है। हालांकि, इन दोनों नेताओं के पास वर्तमान में कोई विधायक नहीं है, फिर भी उन्हें गठबंधन में स्थान दिया गया है।

भोजपुरी सिनेमा के सितारे पवन सिंह और अक्षरा सिंह की संपत्ति की जानकारी भी सामने आई है। पवन सिंह की कुल संपत्ति लगभग 10 करोड़ रुपये है, जबकि अक्षरा सिंह की संपत्ति लगभग 15 करोड़ रुपये बताई जाती है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि दोनों कलाकारों ने अपने करियर में अच्छा खासा संपत्ति अर्जित किया है।

इससे पहले, चिराग पासवान ने 36 से 40 सीटों की मांग की थी, जिससे गठबंधन में तनाव उत्पन्न हुआ था। लेकिन अब यह स्थिति सामान्य होती दिख रही है।एनडीए की पहली संयुक्त उम्मीदवार सूची 13 अक्टूबर को जारी की जा सकती है। इसमें बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी, HAM और RLSP के उम्मीदवारों के नाम शामिल होंगे।

इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संकेत दिया है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई पर हुए हमले और रायबरेली लिंचिंग की घटना को आगामी बिहार चुनाव 2025 में एक प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा। कांग्रेस और महागठबंधन इस मुद्दे को दलित अस्मिता से जोड़ने की योजना बना रहे हैं ताकि दलित समुदाय की भावनाओं को राजनीतिक रूप से साधा जा सके।

इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सीट बंटवारे की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और सभी दलों के बीच सहमति बनती दिख रही है।