दिल्ली में यमुना नदी के किनारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप लगा है। विपक्षी दलों ने दावा किया है कि असली प्रदूषित यमुना को दिखाने के बजाय फिल्टर किया गया पानी भरकर एक “नकली यमुना” तैयार की गई, ताकि कार्यक्रम के दौरान स्वच्छ यमुना का आभास दिया जा सके।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यमुना नदी के एक हिस्से को पॉलिश करके, किनारों को सजाकर और साफ पानी की पाइपों के जरिए एक कृत्रिम धारा बहाई गई। यह व्यवस्था केवल पीएम मोदी के आगमन के लिए की गई थी। विपक्ष ने इसे “सच छिपाने की कोशिश” और “जनता को दिखावा करने वाला कदम” बताया है।
AAP और कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि अगर सरकार के पास यमुना को इतनी जल्दी साफ करने की क्षमता है, तो यह काम स्थायी रूप से क्यों नहीं किया गया? AAP ने इसे “इवेंट मैनेजमेंट पॉलिटिक्स” बताया और कहा कि जनता स्वच्छ यमुना की हकदार है, न कि नकली दृश्य की।
भाजपा नेताओं ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह कदम केवल धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा बनाए रखने के लिए उठाया गया था और इसका उद्देश्य किसी को भ्रमित करना नहीं था।
