इंदौर : कैलाश विजयवर्गीय ने मेयर पुष्यमित्र के पुत्र के ट्रोलिंग पर जताई नाराज़गी*

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव के सुपुत्र अधिवक्ता पुष्यमित्र को वाद-विवाद प्रतियोगिता में दिए गए वक्तव्य को लेकर सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि एक सामान्य शैक्षणिक अभ्यास को राजनीतिक मोहरा बनाना न केवल निंदनीय है, बल्कि समाज की सोच पर भी गहरा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।

विजयवर्गीय ने स्पष्ट किया कि वाद-विवाद प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य ही यह है कि प्रतिभागी पक्ष और विपक्ष दोनों की भूमिका निभाते हुए अपनी वाक्पटुता का परिचय दें। “यह उसी तरह है जैसे कोई अभिनेता कभी नायक तो कभी खलनायक का अभिनय करता है। अगर कोई नाटक में रावण की भूमिका निभाता है तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह रावण ही है,” उन्होंने कहा।

उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि केवल महापौर के पुत्र होने के कारण युवा प्रतिभा को ट्रोल किया जाना अनुचित है। यह आलोचना एक उज्ज्वल भविष्य और आत्मविश्वास को तोड़ने का प्रयास है।

विजयवर्गीय ने कहा, “दुखद है कि राजनीति इतनी नीचे गिर जाए कि बच्चों की मासूम प्रतिभा भी उसकी भेंट चढ़ जाए। मध्यप्रदेश की राजनीति का इस स्तर तक गिरना वास्तव में चिंताजनक है।”

उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने न केवल पुष्यमित्र की वाकपटुता की सराहना की बल्कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए सुझाव भी दिए। विजयवर्गीय ने कहा कि यह संदेश स्पष्ट है कि सच्ची प्रतिभा को राजनीति की कसौटी पर नहीं परखा जाना चाहिए।