24 घंटे में ऐसे लागू हो गया महागठबंधन में ‘RJD फॉर्मूला’

बिहार की राजनीति में एक बार फिर तेज हलचल देखने को मिली है। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच महागठबंधन (Grand Alliance) में अचानक “RJD फॉर्मूला” लागू होने की खबर ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, सिर्फ 24 घंटे के भीतर सीट शेयरिंग और उम्मीदवार चयन के नए फार्मूले को मंजूरी दी गई, जिसे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आगे बढ़ाया था।

RJD ने गठबंधन के भीतर अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को स्पष्ट करते हुए सीटों के बंटवारे में अहम बदलाव किए हैं।RJD को सबसे ज्यादा सीटें देने पर सहमति बनी। कांग्रेस, वाम दलों और अन्य सहयोगियों को तय अनुपात में सीटें दी जाएंगी।उम्मीदवारों के चयन में अंतिम निर्णय RJD हाईकमान के सुझावों के आधार पर होगा।

मंगलवार देर शाम RJD के वरिष्ठ नेताओं की बंद कमरे में बैठक हुई। रात तक गठबंधन के सभी प्रमुख दलों से फॉर्मूला साझा किया गया।
बुधवार सुबह तक औपचारिक सहमति बन गई और इसकी जानकारी पार्टी के भीतर प्रसारित कर दी गई।महज 24 घंटे के भीतर सीटों का पुनर्वितरण और रणनीति तय हो गई।

कांग्रेस ने शुरुआती असहमति जताई लेकिन चुनावी एकता बनाए रखने के लिए सहमति दे दी।वाम दलों ने इसे “वास्तविकता आधारित फैसला” बताते हुए समर्थन किया। कुछ छोटे दलों ने इसे RJD की दबाव वाली राजनीति कहा है, लेकिन खुले तौर पर विरोध नहीं किया।

चुनाव अभियान शुरू होने से पहले सीटों की स्पष्टता से तैयारी तेज होगी।RJD अपने वोट बैंक और लोकप्रियता के आधार पर चुनाव लड़ेगी।
महागठबंधन के भीतर नेतृत्व और दिशा को लेकर चल रही अनिश्चितता खत्म होने की कोशिश मानी जा रही है।

अब RJD जल्द ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है। तेजस्वी यादव अगले हफ्ते से राज्यभर में जनसभा और अभियान शुरू करने वाले हैं। वहीं, गठबंधन में शामिल दलों को अपने-अपने क्षेत्रों में उम्मीदवार चयन और प्रचार योजना पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।