उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में करवा चौथ के अवसर पर ‘मेहंदी जिहाद’ को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। क्रांति सेना की महिला कार्यकर्ताओं ने मेहंदी शिविर आयोजित किया, जिसमें लाठियों का पूजन कर मुस्लिम युवकों से मेहंदी न लगवाने की अपील की गई। उनका आरोप था कि कुछ मुस्लिम युवक मेहंदी लगाने के बहाने ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा दे रहे हैं।
इस अभियान ने त्योहार की खुशियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं और सामाजिक तनाव को बढ़ाने की आशंका पैदा की है। इससे पहले भी, 2022 में विश्व हिंदू परिषद ने मुजफ्फरनगर में 13 मेहंदी सेंटर खोले थे, जहां हिंदू युवतियों से ही मेहंदी लगवाने की व्यवस्था की गई थी।
इस मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। मौलाना ने इसे एक साजिश करार देते हुए कहा कि इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं और समाज में नफरत फैलाने के उद्देश्य से लगाए जाते हैं। उन्होंने प्रशासन से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जो सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
इस विवाद ने करवा चौथ के पर्व को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें धार्मिक भावनाओं, परंपराओं और सामाजिक सौहार्द्र के मुद्दे प्रमुख हैं। अधिकारियों ने स्थिति पर नजर बनाए रखते हुए शांति बनाए रखने की अपील की है।