बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में जेडीयू (JDU) के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बन गई है। पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह चुनाव ‘ओपनिंग में जीत’ के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पहले चरण के चुनाव परिणाम जेडीयू की रणनीति और आगामी चरणों में उम्मीदवारों की स्थिति तय करेंगे।
नीतीश कुमार ने अपने मजबूत कार्यकाल और विकास के एजेंडे को सामने रखकर चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ राज्य और केंद्र के सहयोगी कार्यक्रमों को भी चुनावी रणनीति में शामिल किया गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि पहले चरण में हार जेडीयू की मानसिकता और पार्टी के समर्थकों में उत्साह को प्रभावित कर सकती है। इसलिए पार्टी के लिए यह चुनाव ‘करो या मरो’ जैसी स्थिति में है।
जेडीयू नेताओं ने मतदाताओं से अपील की है कि वे विकास और स्थिरता के लिए नीतीश कुमार को समर्थन दें। विपक्षी दल भी अपनी ताकत दिखाने में जुटे हुए हैं और राजनीतिक मुकाबला पहले चरण से ही काफी तेज है.पहले चरण में कुल 71 सीटों पर मतदान होने वाले हैं, जिनमें जेडीयू की जीत निर्णायक मानी जा रही है।
