पूर्वी एशिया में टाइफून ‘रागासा’ का कहर,चीन, हांगकांग और ताइवान में हाई अलर्ट, अब तक 16 की मौत

पूर्वी एशिया में टाइफून ‘रागासा’ ने जबरदस्त तबाही मचाई है। यह शक्तिशाली तूफान हांगकांग और दक्षिणी चीन के कई हिस्सों से टकरा चुका है, जिसके चलते पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

चीन में प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए करीब10 शहरों में स्कूल और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद कर दिए हैं। साथ ही, कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। समुद्र में उठती 4 से 5 मीटर ऊंची लहरों ने तटीय शहरों को डुबो दिया है और शहरों की गलियों में पानी घुस आया ।

‘रागासा’ की हवाएं 195 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। दक्षिणी चीन सागर के तटीय इलाकों में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। बड़ी-बड़ी इमारतों के पास समुद्र की उफनती लहरों का दृश्य भयावह बन चुका है। ताइवान में तूफान के कारण एक झील फट गई, जिससे 14 लोगों की जान चली गई। बचाव अभियान अभी भी जारी है और राहत टीमों को तैनात किया गया है।

टाइफून ‘रागासा’ पहले फिलीपींस में तबाही मचा चुका है। उत्तरी फिलीपींस में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी। यहां अब तक 2 लोगों की मौत और 18 घायल होने की पुष्टि हुई है।बीती रात तक 30 लोग लापताथे, जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

चीन और ताइवान सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। प्रशासन युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि तूफान का प्रभाव अगले 48 घंटों तक बना रह सकता है।